वृषभ 2013 राशिफल
शुक्र के प्रभाव के कारण आप आकर्षक व्यक्तित्त्व के स्वामी हैं। आपकी शारीरिक बनावट आकर्षक है। आप साहसी और हंसमुख स्वभाव के व्यक्ति हैं। वाणी का स्वामित्त्व बुध मे जिम्में होने के कारण आपकी वाणी प्रभावशाली होगी। साथ की पंचम भाव का स्वामित्त्व भी बुध के पास होने से आपमें किसी विषयवस्तु को सीखने की अद्भुद क्षमता होगी। आप अपने प्रयासों द्वारा किसी भी परिस्थिति को संभाल सकने में सक्षम होते हैं। आप में ज़िम्मेदारी और कर्तव्य का भाव है। आप पूर्ण ईमानदारी और लगन के साथ अपने परिवार और बड़े बुजुर्गों की ज़िम्मेदारी निभाने के लिए तैयार रहते हैं
परिवार: प्रथम भाव में स्थित बृहस्पति के कारण आप अपने पारिवारिक मामलों को लेकर बहुत प्रसन्न रहेंगे। घर परिवाज में कोई शुभ और श्रेष्ठ संस्कार होने के योग भी बन रहे हैं। कोई मांगलिक कार्य या उत्सव सम्पन्न होने की सम्भावना है। घर परिवार का माहौल भी संतोषप्रद रहेगा। लेकिन किन्ही कार्यों के कारण अथवा यात्राओं के कारण आपको अपने परिवार से दूर रहना पडेगा। घर-परिवार को लेकर आप कोई गलत निर्णय लेने से बचें अन्यथा इसकी चिन्ता आपको पूरे वर्ष परेशान करती रहेगी। किसी अन्य कारण से भी आपको पारिवारिक चिन्ता रह सकती है। इन सबके बावजूद भी पारिवारिक वातावरण अच्छा बना रहेगा।
स्वास्थ्य: स्वास्थ्य के लिहाज से यह वर्ष आपके लिए बहुत अच्छा नही प्रतीत हो रहा है। अष्टमेश बृहस्पति लग्न पर है जो समय-समय पर आपके स्वास्थ्य को पीडित कर सकता है अत: स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है। वर्ष के मध्य में अस्वस्थ्य रहने का संकेत शनि ग्रह भी कर रहा है लेकिन यह अस्वस्थता छोटी-मोटी बीमारी के कारण ही होगी। द्वादश भाव का केतू भी संकेत कर रहा है कि इस वर्ष आप कु हद तक उन्मादी हो सकते हैं। अत: स्वयं को सनक या उन्माद से बचाए रखना जरूरी होगा।
प्रेम: प्रथम भाव में स्थित बृहस्पति इस वर्ष आपके प्रेम प्रसंगों के लिए अनुकूल फल देता रहेगा। नए प्रेम की भी सम्भावना है अथवा प्रेम में और अधिक प्रगाढता आएगी। जिनकी उम्र विवाह की हो चली है उनकी सगाई हो सकती है। साथ ही उनका विवाह होने का योग प्रबल हो रहा है। विवाहित लोगों को संतान का प्रेम और सुख नसीब होगा। वर्ष की शुरुआत के समय शुक्र के अष्टम भाव में स्थित होने के कारण बीच-बीच में छोटे-मोटे मौखिक विवाद भी सम्भव हो सकते हैं। यदि आप इनसे बचने का प्रयास करते हैं तो यह वर्ष प्रेम प्रसंगों के लिहाज़ से शुभ रहेगा।
कार्यक्षेत्र: कार्यक्षेत्र के लिए यह वर्ष अच्छा रहेगा रहेगा। आप अपने अच्छे कर्मों के कारण कामों में सफल रहेंगे। कुछ विषम परिस्थियां भी सामने आ सकती हैं लेकिन आप उन पर विजय पा लेंगे और दैनिक कार्यों में स्फूर्तिवान बने रहेंगे। नौकरी या व्यवसाय में अच्छा सुधार होगा। प्रभावशाली व्यक्तियों से आपके सम्पर्क बढेंगे। लेकिन कुछ कामों में आप अनुभवी लोगों की सलाह को भी नजरअंदाज कर सकते हैं और गलत निर्णय लेकर चिंताग्रस्त हो सकते हैं। सरकार से जुडे किसी व्यक्ति की सहायता से भी आपके काम बनेंगे। कुछ व्यवसायिक यात्राएं होंगी। व्यवसायिक विरोधियों पर विजय पाने में आप सफल रहेंगे।
धन: आर्थिक मामले के लिए यह वर्ष बहुत अच्छा रहेगा। आमदनी के श्रोतों में इजाफा होगा फलस्वरूप धन संचय करने में भी आपको सफलता मिलेगी। किसी सरकारी आदमी के सहयोग से भी आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। कोई मुनाफे का बडा सौदा हाथ लग सकता है और धनवृद्धि होगी। वर्ष के आरम्भ में धन स्थान का स्वामी अष्टम भाव में चतुर्थेश के साथ है अत: कुछ अचल सम्पत्ति मिलने के भी योग हैं। कहीं से अचानक धन प्राप्ति भी हो सकती है। किसी लाटरी या बीमा के माध्यम से भी धन लाभ होने की उम्मीद है। अगर आपने प्रार्थना की है तो इस वर्ष आर्थिक साधन व रूपया पैसा आप अवश्य प्राप्त करेंगे।
विद्या: प्रथम भाव में बृहस्पति के कारण आपका दिमाग पूरी तरह चैतन्य और सानकूल रहेगा। फलस्वरूप अध्ययन में आपकी गहरी रुचि रहेगी। यदि आपका विषय दर्शन एवम् तत्व मीमांसा से जुडा हुआ है तो यह वर्ष बहुत ही उत्तम फलदायी रहेगा। यदि आप बैंकिग, मैनेजमेंट या व्यवस्थापन से जुडे पाठ्यक्रम से जुडना चाह रहे हैं या उस क्षेत्र से जुडे हैं तो भी आपको उत्तम फलों की प्राप्ति होगी। इन सबके बावजूद आपकों कुसंगति से बचना होगा अन्यथा आपकी पढाई प्रभावित हो सकती है। यदि आप किसी प्रतियोगी परीक्षा या प्रतिस्पर्धा में भाग लेना चाह रहे हैं तो उसके लिहाज़ से भी समय अनुकूल है।